पेट्रोल व डीजल की बढ़ती कीमतों के चलते सरकार विचार कर रही है, कि पेट्रोलियम उत्पादनो को जीएसटी के अंदर शामिल किया जाए। यदि इसको जीएसटी में शामिल किया जाएगा तो भारतवर्ष में सबके लिए ईंधन की एक जैसी कीमत होगी। आपको बता दें, यदि सेंट्रल गवर्नमेंट पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के अंदर ले आए, तो इससे जनता को पेट्रोल और डीजल की भारी कीमतें चुकाने में आसानी मिल सकती है।
भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का कहना है कि जीएसटी की हाई रेट पर पेट्रोल व डीजल को रखा जाए ,तो भी वर्तमान में पेट्रोल की बढ़ी हुई कीमतें घटकर आधी रह जाएंगी।
क्या आपको पता है पेट्रोल और डीजल पर केंद्र सरकार द्वारा उत्पाद शुल्क और राज्य वेट् की दर इतनी ज्यादा होती है, कि ₹36 का पेट्रोल बहुत से राज्यों में 90 से लेकर ₹100 प्रति लीटर तक पहुंच जाता है।पेट्रोल व डीजल की बढ़ती कीमतें और विपक्ष व जनता द्वारा विरोध होने के बाद अब सीतारमण ने ईंधन की कीमतों को कम कैसे किया जाए इस पर विचार करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के मध्य एक संयुक्त सहयोग बैठक नियुक्त की है।