Crime: मां बनी कातिल, डेढ़ साल के बेटे की बदमाशियों से परेशान होकर पानी की टंकी में डुबोकर मार डाला…इससे पहले की थी तालाब में फेकने की शाजिश
गोरखपुर| गोरखपुर जिले के बेलीपार थाना क्षेत्र के भीटी गांव का हैं, जहाँ माँ ने अपने डेढ़ साल के बेटे को पानी में डालकर मार डाला| मिली जानकारी के मुताबिक, भीटी गांव निवासी आनंद स्वरूप सिंह की तीन बेटियों में दो शशि और वंदना की शादी बस्ती में एक ही घर में हुई है। बीते मंगलवार को दोनों मायके आईं थीं। इस सूचना पर छोटी बहन मनोरमा(तीसरी बेटी) भी बेटे अनिकेत को लेकर पति धर्मेंद्र के साथ मायके चली आई।
रात में करीब आठ बजे अनिकेत घर से गायब मिला। काफी तलाश करने पर भी वह नहीं मिला तो नाना आनंद स्वरूप ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस की छानबीन में बच्चे का शव पानी की टंकी में मिला। पुलिस मामले की जांच कर रही थी, इसी बीच धर्मेंद्र ने तहरीर देकर नाना और दोनों मौसी पर हत्या की आशंका जता दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी। नाना और दो मौसी के साथ ही पुलिस ने मनोरमा को भी पूछताछ के लिए बुलाया।
पुलिस को मनोरमा के बदलते बयान की वजह से संदेह हो गया। इस पर पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो मनोरमा टूट गई और सच उगल दिया। पुलिस के मुताबिक मासूम की बदमाशियों से मनोरमा परेशान थी। उसे इस बात का पछतावा नहीं है कि उसने अपने मासूम बच्चे को बेरहमी से मार डाला| थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि केस दर्ज कर नाना और दो मौसी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी, लेकिन कोई खास तथ्य सामने नहीं आ सका। मां से भी पूछताछ की गई। मां ने हत्या की बात कबूल कर ली है। मनोरमा ने कहा कि वह बच्चे की हरकतों से परेशान थी। उसने बच्चे के मानसिक रोगी लगने की वजह से हत्या की बात कही। नामजद आरोपी बेगुनाह मिले हैं, उन्हें छोड़ दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक मासूम की हत्या का जुर्म कबूल करने वाली मनोरमा दूसरा बच्चा नहीं चाहती थी। पहले बेटी पैदा हुई फिर बेटा। बेटा चंचल स्वभाव का था। लिहाजा मनोरमा ने उसकी हत्या कर दी।पुलिस की पूछताछ में मनोरमा ने बताया कि उसने बच्चे को किसी तालाब में फेंकने की साजिश रची थी, मगर दरवाजे पर पिता और अन्य लोगों के होने की वजह से वह ऐसा नहीं कर पाई। मौका पाते ही वह अनिकेत को छत पर ले गई और पानी की टंकी में डालकर ढक्कन बंद कर दिया। टंकी में डूबकर अनिकेत की मौत हो गई।