पटना। कोरोना के बचने का सबसे कारगर हथियार वैक्सीन को माना जा रहा है। बिहार के पटना AIIMS में बच्चों के लिए भारत बायोटेक की कोवैक्सीन(Covaxin) का वैक्सीनेशन का ट्रायल शुरू हो गया है। बुधवार को पटना AIIMS में 2 से 18 साल के 3 बच्चों को कोरोना की वैक्सीन दी गई।
बता दें ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की तरफ से बच्चों में कोवैक्सिन(Covaxin) के क्लीनिकल ट्रायल के लिए 11 मई को इजाजत दी गई थी। कोवैक्सीन(Covaxin) 2 से 18 साल तक के 525 बच्चों पर ट्रायल करेगी। बच्चों को वैक्सीन ट्रायल के लिए 2-5 साल, 6-12 साल और 12-18 साल के आयु वर्ग में अलग रखा गया हैं।
बुधवार को 2 से 18 वर्ष के बीच के जिन बच्चों को वैक्सीन(Covaxin) दी गई पहले उनका स्क्रीनिंग की गई जिसमें उनका आरटीपीसीआर और शरीर की एंटीबॉड को चेक किया गया। सबकुछ ठीक होने के बाद इन्हें वैक्सीन दी गई। पटना एम्स ने 100 बच्चों पर कोरोना वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल का लक्ष्य रखा है।
पटना एम्स के कोविड प्रभारी डॉक्टर संजीव कुमार ने बुधवार को कहा कि 12 से 18 वर्ष के उम्र के बच्चों पर यह परीक्षण 1 जून यानी मंगलवार से शुरू हो गया। कोवैक्सीन(Covaxin) के बच्चों पर ट्रायल के पहले दिन तीन बच्चों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई। ये तीनों 12 से 18 साल की आयु के हैं और पटना के ही निवासी हैं, तीनों स्वस्थ हैं। किसी पर कोई दुष्प्रभाव नहीं देखा गया है।
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