– बस्तर के वन्य जीवों की इंटरनेशनल मार्केट में जमकर लग रही बोली – पैंगोलिन, कछुए के खाल और तेंदुए के नाखून का होता है खुलेआम व्यापार
बस्तर । यह कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। जैसे फिल्मों में हीरो तस्करी के राज जानने तस्कर का रूप बदल लेता है और गिरोह का भांडा फोड़ देता है। ऐसी ही एक कहानी बस्तर के जंगलों से निकल कर सामने आई है। इस बार हीरो एक महिला आईपीएस है जिसने ये कारनामा किया है। एक महीने से चल रहे इस ड्रामा का क्लाइमेक्स आज सामने आया है।
बता दें जबलपुर से आईं महिला आईपीएस तिलोत्तमा वर्मा बस्तर में अपनी पहचान छुपा कर रह रही थी। अलग-अलग इलाकों के जंगलों में रैकी करने के बाद उन्हें पता चला कि यहां पर कई वन्य जीवों की तस्करी करने वाले गैंग सक्रिय हैं। इसका भांडाफोड़ करने के लिए तिलोत्तमा खुद को अंडर कवर करके एक खरीदार बनकर ऐसे लोगों से संपर्क में जुड़ने लगी जो वन्य जीवों की तस्करी और इनकी खरीद- फरोख्त में अंतरराष्ट्रीय स्तर तक रैकट का संचालन करते हैं। यह रैकेट इंटरनेशनल मार्केट में डिमांड किए जाने वाले दुर्लभ वन्य जीवों की तस्करी करता है।
वन परिक्षेत्र जगदलपुर को 11 फरवरी को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ व्यक्ति वन्यजीवों के अवशेषों को जगदलपुर में बेचने की फिराक में हैं। सूचना मिलते ही मुखबिर द्वारा बताए गए संस्थान के लिए टीम रवाना हुई। जगदलपुर में हाता ग्राउंड के नजदीक तस्करों को एक मोटरसाइकिल पर सवार देखा गया। जिसके पास एक प्लास्टिक बैग में कुछ भरा हुआ था उन्हें रोका गया किंतु वे इसका विरोध करने लगे और भागने की फिराक में थे तभी संयुक्त टीम द्वारा घेराबंदी कर के दोनों को पकड़ लिया गया। उस प्लास्टिक बैग से लगभग 12 किलो पैंगोलिन का खाल जप्त किया गया।
पैंगोलिन, कछुए के खाल व तेंदुए के नाखून बरामद
तस्करी की सूचना मिलते ही तिलोत्तमा वर्मा आईपीएस व अतिरिक्त निदेशक वन्य प्राणी अपराध नियंत्रण ब्यूरो, सीसीएफ मोहम्मद शाहिद, अभय श्रीवास्तव इंद्रावती टाइगर रिजर्व, डीएफओ्र स्टाइलो मंडावी, सुषमा नेताम एसडीओ एवं एसपी जितेंद्र मीणा छतरपुर पुलिस के निर्देशानुसार डब्लूसीसीबी मध्य क्षेत्र जबलपुर जगदलपुर वन विभाग एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम का गठन किया गया था। इस पूरी कार्रवाई में वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया और कंजर्वेशन सोसाइटी की महत्वपूर्ण भूमिका रही। जगदलपुर रेंजर देवेंद्र वर्मा द्वारा दोनों तस्करों को आवश्यक कार्रवाई के बाद पूछताछ के लिए रेंज ऑफिस लाया गया। उनसे अलग-अलग और भी सूचनाएं प्राप्त हुई उन सूचनाओं के आधार पर टीम ने 11 फरवरी और 12 फरवरी को लगातार छापेमारी की जिसमें दूसरी छापेमारी में लगभग 6.2 किलो तेंदुए और चौथी कार्रवाई दंतेवाड़ा में चार कछुए कुल मिलाकर लगभग 19 किलो खाल व तेंदुए के नाखून बरामद हुए। कुल मिलाकर 5 अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं। आगे की कार्रवाई जारी है।