विशेष : आज है अचला सप्तमी, जानें इसके महत्व
माघ मास की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को अचला सप्तमी मनाया जाता है। धार्मिक दृष्टि से इस सप्तमी की तिथि को व्रत, पूजा और उपासना के लिए उत्तम माना गया है। इस दिन सूर्य देव की विशेष पूजा करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। व्यक्ति के मान सम्मान में वृद्धि होती है।
सूर्य देव को ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है। शुभ होने की स्थिति में सूर्य व्यक्ति को जीवन में भरपूर मान सम्मान प्रदान करते हैं। ऐसे लोग जीवन में उच्च पदों को प्राप्त करते हैं। साथ ही साथ सूर्य अच्छी स्थिति में हों तो व्यक्ति को लोकप्रिय भी बनाते हैं।
रथ सप्तमी या अचला सप्तमी के दिन स्नान, दान और पूजा का विशेष पुण्य प्राप्त होता है। इस दिन सूर्योदय के समय पवित्र नदी में स्नान करने से कई प्रकार के पाप से मुक्ति मिलती है। रोग आदि से भी मुक्ति मिलती है। इसीलिए इसे आरोग्य सप्तमी भी कहा गया है। इस सप्तमी के महत्व के बारे में ब्रह्म, स्कंद, शिव, अग्नि, मत्स्य, नारद और भविष्य पुराण आदि में भी वर्णन मिलता है।