छत्तीसगढ़ में सोमवार को आकाशीय बिजली ने फिर कहर बरपाया। प्रदेश के महासमुंद में दोपहर आकाशीय बिजली गिरने से 41 बकरे-बकरियों की मौत हो गई। इनमें 6 बकरे थे। दरअसल, बारिश के दौरान इमली के पेड़ के नीचे खड़े बकरे-बकरियों पर बिजली गिरने से उनकी मौत हो गई। जब चरवाहे पेड़ के पास पहुंचे तो हैरान रह गए। हादसे से दोनों चरवाहों को करीब 2 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। फिलहाल सभी के शवों को वहीं दफना दिया गया।
जानकारी के मुताबिक, पटेवा निवासी किशुन बघेल और परऊ यादव सोमवार दोपहर करीब 3.30 बजे बकरियां चराने के लिए माता देवाला सहदेव सोर्रा शमशान घाट के पास गए थे। इसी दौरान अचानक बारिश शुरू हो गई। सारे बकरा-बकरी भागकर इमली पेड़ के नीचे खड़े हो गए। थोड़ी दूरी पर दोनों चरवाहे भी खड़े थे। तभी बिजली गरजी और पेड़ पर गिर गई। थोड़ी देर बाद जब बारिश बंद हुई तो दोनों चरवाहे बकरियों को बुलाने गए।
घटना के बाद जब चरवाहे पेड़ के पास पहुंची तो हैरान रह गए। पेड़ के नीचे 41 बकरे बकरियों के शव पड़े थे। चरवाहों ने बताया कि वह 65 बकरे-बकरियां चराने के लिए लेकर आए थे। सूचना मिलने के बाद राजस्व विभाग से पटवारी और थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। पटवारी ने मौके पर ही पंचनामा तैयार किया। अब वह विभाग को रिपोर्ट सौपेंगा। मृत बकरा-बकरियों को वहीं श्मशान घाट में दफना दिया गया है।
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