छत्तीसगढ़ में वैक्सीनेशन रफ्तार पकड़ता नहीं दिख रहा है. हाई कोर्ट से फटकार के बाद प्रदेश सरकार में टीकाकरण शुरू तो किया लेकिन ज्यादा देर वैक्सीन नहीं चल पाई। छत्तीसगढ़ में कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए 18 से 44 वर्ष के लोगों का वैक्सीनेशन शनिवार सुबह 9 बजे से शुरू हो गया है। पहले आओ, पहले लगवाओ की तर्ज पर हो रहे इस टीकाकरण के लिए लोग 7 बजे ही केंद्रों के बाहर लाइन में लग गए थे। इसके बाद भी तमाम लोगों के हाथ निराशा ही लगी है। हाईकोर्ट की फटकार के बाद सभी वर्ग का वैक्सीनेशन तो शुरू हुआ, पर एक घंटे बाद ही APL के लिए वैक्सीन खत्म का बोर्ड भी लग गया।
रायपुर : टीकाकरण के लिए 8 केंद्र, हर केंद्र पर सिर्फ 600 वैक्सीन की आपूर्ति
अंत्योदय ही नहीं बल्कि BPL और APL राशन कार्डधारकों को भी टीके लगाए जा रहे हैं। टीकाकरण केंद्रों में रजिस्ट्रेशन करवाकर टीके लगवा सकते हैं। रायपुर जिले में अभी इसके लिए 8 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। इसमें शहर में 3 जगहों पर टीके लगेंगे। इसके साथ ही 45 साल से ऊपर के लोगों को पुराने टीकाकरण केंद्रों में पहले की तरह ही टीके लगते रहेंगे। हालांकि हर केंद्र में सिर्फ 600 वैक्सीन की आपूर्ति ही की गई है। ऐसे में लोग निराश होकर घर लौट रहे हैं।
इन केंद्रों पर हो रहा वैक्सीनेशन
रायपुर में सांस्कृतिक भवन चंगोराभाठा, पं. दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम, BTI परिसर, अभ्यास पूर्व माध्यमिक एवं प्राथमिक शाला शंकरनगर, बिरगांव निगम में अडवानी आलिकान स्कूल में वैक्सीनेशन किया जा रहा है। वैक्सीन लगवाने के लिए अंत्योदय और BPL को अपने राशन कार्ड के साथ ही एक शासकीय पहचान पत्र दिखाना होगा। वहीं APL परिवारों के सदस्य आधार कार्ड, पैन कार्ड या अन्य कोई मान्य शासकीय दस्तावेज दिखा सकते हैं।
बिलासपुर : BPL, APL और अंत्योदय कार्डधारकों के लिए अलग-अलग केंद्र
बिलासपुर में 18+ के टीकाकरण के लिए 5 केंद्र बनाए गए हैं। इनमें BPL, APL और अंत्योदय परिवारों के लिए अलग-अलग केंद्र हैं। BPL परिवारों के लिए सरकंडा के नूतन चौक स्थित कन्या हाई स्कूल में टीका लगाया जाएगा। वहीं अंत्योदय कार्डधारियों को टीका पहले की तरह देवकीनंदन स्कूल में ही लग रहा है। APL के टीकाकरण के लिए शहर में 3 केंद्र बर्जेश हायर सेकेंडरी स्कूल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हेमूनगर और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तिफरा में बनाया गया है।
बस्तर : जगदलपुर में 3 केंद्र, दंतेवाड़ा में 4, हर केंद्र पर 110 डोज
बस्तर संभाग के जगदलपुर में वैक्सीनेशन के लिए 3 केंद्र अंत्योदय कार्डधारकों के लिए मंगल भवन केंद्र, BPL के लिए चैंबर ऑफ कॉमर्स के भवन और APL के लिए केंद्रीय विद्यालय में वैक्सीनेशन सेंटर बनाया गया है। हर सेंटर पर वैक्सीन की 110 डोज ही पहुंच सकी है। केंद्रीय विद्यालय में बनाए गए सेंटर में आने वाले लोगों के लिए कोई मार्किंग भी नहीं की गई। जिसके चलते लाइन तो लगी है, पर दूरियां नहीं हैं। वहीं दंतेवाड़ा में 4 केंद्र गीदम में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जावंगा, कुआकोंडा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बालक प्राथमिक शाला आंवराभाटा और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कटेकल्याण बनाया गया है।
3.5 लाख डोज कोविशील्ड वैक्सीन आज आएगी
18 वर्ष या इससे ज्यादा उम्र वालों के लिए शनिवार को 3.5 लाख डोज वैक्सीन आएगी। यह वैक्सीन कोविशील्ड की होगी। सुबह मुंबई से आने वाली फ्लाइट में वैक्सीन आएगी। अभी जिलों के स्टोर में 1.04 लाख वैक्सीन है।
एक दिन पहले ही हाईकोर्ट ने कहा था- वैक्सीनेशन शुरू करे सरकार
एक दिन पहले ही हाईकोर्ट ने साफ कर दिया था कि सरकार वैक्सीनेशन पर रोक नहीं लगा सकती है। कोई बहानेबाजी नहीं चलेगी। आदेश दिया कि सभी वर्ग को 33% के हिसाब से सामान रूप से वैक्सीन लगाई जाए। इससे पहले कोर्ट ने सरकार से दो दिन में स्पष्ट पॉलिसी बनाने को कहा था। राज्य सरकार ने 18+ के वैक्सीनेशन में अंत्योदय कार्डधारकों को प्राथमिकता दी थी। इसके खिलाफ अमित जोगी सहित अन्य ने जनहित याचिका दायर की।
अब तक 10 हजार मौतें, मृत्युदर का आंकड़ा राष्ट्रीय औसत के बराबर
प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना से मरने वालों की संख्या 10000 के पार चली गई। पहली मौत 29 मई 2020 को हुई थी, तब से अब तक 344 दिनों में 10158 कोरोना मरीजों की मौत हुई है। प्रदेश में फिलहाल मृत्युदर 1.2 प्रतिशत है, जो कि राष्ट्रीय औसत जितनी ही है। कोरोना से हुई पहली मौत से अब तक अगर 344 दिनों का औसत निकाला जाए, तो यह रोजाना 29.36 यानी करीब 30 मौतों का है। इस अवधि में रायपुर में 2732 लोगों की कोरोना से मृत्यु हो चुकी है।
प्रदेश में 13628, रायपुर में 818 नए मरीज मिले
पिछले चौबीस घंटे में रायपुर में 818 समेत प्रदेश में 13628 नए मरीज मिले हैं। रायपुर में 40 समेत प्रदेश में 208 मरीजों की मौत भी हुई है। जहां तक जांच का सवाल है, प्रदेश में शुक्रवार को 61939 जांच हुई है। पिछले एक माह से जांच का औसत लगभग यही है। हालांकि बीच-बीच में 60 हजार के अासपास भी जांच हुई है। अप्रैल में इतनी ही जांच में औसतन प्रदेश में 15 से 16 हजार मरीज निकल रहे थे। यह अब थोड़े घटकर 12 से 13 हजार के बीच आ गए हैं।
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