गरियाबंद/ हेमंत तिवारी: गर्मी के मौसम में एक ओर जहां जंगलों में पानी की कमी होने लगती है ,वही दूसरी तरफ शरारती तत्व और तेंदूपत्ता महुवा के लालच में लोगो के द्वारा जंगलों में आग लगा दिया जाता है ,इसका परिणाम यह होता है कि जंगली जानवर गाँव तक पहुच जाते है वही मुख्य मार्गो में भी आ जाते है , जिसमे के बार वे जंगली जानवर खुद शिकार हो जाते है तो कई बार खतरनाक जंगली जानवर के द्वारा लोगो के ऊपर हमला किया जाता है ।
इसी तरह देखा गया है कि पांडुका परिक्षेत्र में बायसन का झुंड ग्राम तालेसर और गायडबरी के गाँव तक पहुच गए थे इसी तरह गरियाबंद देवभोग नेशनल हाइवे मुख्य मार्ग में ग्राम पण्टोरा के पास तेंदुआ सड़क में आधे घण्टे तक विचरण करता रहा तो दूसरी तरफ दो दिन पहले ही ग्राम खरखरा के समीप एक हिरन अज्ञात कारणों के चलते मृत अवस्था मे पाया गया ।
वही गरियाबंद वन मंडल के अंतर्गत हर परिक्षेत्र में अभी कुछ दिनों से वन्य प्राणि भालू हिरन जंगली सुवर जैसे जानवरो की मौत हो रही है ,जिसकी मौत का कारण अभी तक पता नही चल पाया । गौरतलब है कि वन विभाग के कर्मचारियो की ड्यूटी वन जंगली जानवर और जंगल की सुरक्षा के लिए होता है लेकिन वर्तमान समय से वन विभाग से जुड़े अधिकारी कर्मचारी ठेकेदारी करते हुए भवन पुल सड़क बनाने में ही मस्त है ,और पुलिस विभाग इनकी ड्यूटी निभाते हुए वन्य प्राणियों के खाल और वन्य प्राणियों के तस्करों को पकड़ रहे है ।