कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में ब्लैकमेलिंग, अपहरण और दुष्कर्म का मामला सामने आया है। यहां जिले में तीन बीवियों के पति ने एक कॉलेज छात्रा को अगवा कर लिया। फिर वह उसे तमिलनाडु लेकर गया। वहां उनसे लोगों से कहा कि छात्रा उसकी बहन है। उसने छात्रा को अपने साथ रखकर उसके साथ काफी दिनों तक दुष्कर्म किया। जैसे तैसे करीब एक महीने बाद छात्रा उसके चंगुल से भागने में कामयाब हुई तब जाकर पूरा मामला सामने आया। इसके बाद छात्रा ने परिजनों के साथ आमाबेड़ा थाने में जाकर FIR दर्ज कराई है।
जानकारी के अनुसार, जिले के आमाबेड़ा इलाके की 19 साल की लड़की कॉलेज में सेकेंड ईयर में पढ़ती है। वह अंतागढ़ में अपने एक रिश्तेदार के घर रहकर पढ़ाई करती है। वह नवंबर 2021 में अपने घर आई। इस दौरान उसके मोबाइल पर एक कॉल आया। जब यह कॉल छात्रा के भाई ने उठाया तो कट हो गया। इसके कुछ देर बाद फिर से मोबाइल बजा। इस बार फोन छात्रा ने रिसीव किया और रॉन्ग नंबर बता कट कर दिया।
इसके बाद भी उसी नंबर से एक युवक बार-बार कॉल करता रहा। इसके बाद छात्रा से बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ। युवक ने खुद को आमाबेड़ा निवासी बताया। फिर दोनों की मुलाकातें होने लगीं। दिसंबर 2021 में युवक ने छात्रा को कॉल किया और कांकेर में फार्म भरने जाने का बहाना बना बुलाया, किंतु वह उसे बाइक पर कोरर ले गया। छात्रा ने वापस जाने जिद की तो उसे आमाबेड़ा डैम ले गया और जंगल में उसने उसके साथ दुष्कर्म किया।
युवक ने इसके बाद छात्रा को घर छोड़ दिया, मगर फिर भी वह बार-बार छात्रा को कॉल करके उस पर मिलने का दबाव बनाता रहा। छात्रा के काफी मना करने के बाद उसने दुष्कर्म की घटना को लेकर ब्लैकमेल किया। इसी दौरान छात्रा पर दबाव बनाकर वह उसे रायपुर-दुर्ग चलने के लिए कहा और फिर 21 जनवरी को उसे ट्रेन से तमिलनाडु के एक शहर ले गया। लड़की ने पुलिस को बताया कि युवक वहीं एक मिल में काम करता था। उसने मिल मालिक को बताया था कि छात्रा उसकी बहन है।
मिल मालिक ने युवक पर भरोसा करके उसे रहने के लिए एक कमरा दे दिया। अनजान जगह होने की वजह से छात्रा भी डर से चुप रही। वह वहां भी दुष्कर्म करता रहा। जब आरोपी की पत्नी तमिलनाडु आने वाली थी तो वह छात्रा को सुकमा के कोंटा में छोड़ कर भाग गया। इसके साथ ही उसने किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी। इस बीच लड़की के परिजनों ने काफी तलाश की। जब छात्रा के आमाबेड़ा और अंतागढ़ दोनों जगह छात्रा का कहीं पता नहीं चला तो उन्होंने गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
आरोपी ने छात्रा का मोबाइल भी बंद कर दिया। यहाँ तक कि सारे कॉटेक्ट नंबर भी डिलीट कर दिए और सिम भी तोड़ दिया। जब छात्रा ने मोबाइल और सिम मांगा तो उसे नया दिया। युवक ने खुद को आमाबेड़ा का रहने वाला और मंडावी परिवार का बताया था। छात्रा को तमिलनाडु में पता चला कि उसकी तीन पत्नियां हैं। एक गांव में, दूसरी यहां आने वाली है और तीसरी छोड़ चुकी है।
वहीं, इस मामले में थाना प्रभारी भोजराम ध्रुव ने बताया कि आरोपी के तुमसनार निवासी नारद प्रधान होने का पता चला है, पर इस नाम पर संदेह है।
Back to top button