गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के जंगलों में मंगलवार को एक मादा हाथी की मौत हो गई। मृत हाथी कर शव की पहचान धमतरी में 5 लोगों की जान लेने वाली मादा हाथी के रूप में की गई है। हाथी के मुंह में छाले हो गए थे ऐसे में भूख के कारण मौत की आशंका जताई जा रही है। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने उसके शव को रखवा दिया है। अब बुधवार को पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा मृत हाथी के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, सिकासेर के जंगलों में मंगलवार को एक हाथी का शव पड़ा मिला। ग्रामीणों ने जब हाथी का शव देखा तो उन्होंने वन विभाग को इसकी सूचना दी। सूचना मिलने पर मुख्य वन संरक्षक वन्यप्राणी पैकरा और गरियाबंद DFO मयंक अग्रवाल वनकर्मियों के साथ पहुंचे। करीब 3 दिन पहले से ही मादा हाथी ने सिकासेर जलाशय में डेरा डाला था।
DFO मयंक अग्रवाल ने जानकारी दी कि सिकासेर के जंगल में एक मादा हाथी की मौत हो गई है। इस हाथी की उम्र लगभग 30 साल थी। उन्होंने कहा कि मादा हाथी के मुंह में छाला हो गया था। ऐसे में खाना नहीं खा पाने की वजह से भूख के कारण हाथी की मौत की आशंका जताई जा रही है। बुधवार को शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
मादा हाथी ने लगभग 9 दिन पूर्व धमतरी के नगरी सिहावा में जमकर उत्पात मचाया था। इस दौरान इस हाथी ने दो दिनों में 5 लोगों की जानें ले ली थी। फिर यह मादा हाथी जिले की सीमा से चला गया था।
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