छत्तीसगढ़
क्या यही है पुलिस का राजकुमार? आरक्षक की गुंडागर्दी का वीडियो वायरल, सोशल मीडिया पर फूटा लोगों का गुस्सा
बिलासपुर। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मोती थारवानी की गिरफ्तारी के बाद बिलासपुर में कांग्रेस और पुलिस आमने-सामने है। पुलिस ने आरक्षक रामकुमार रजक से बदसलूकी के मामले में मोती थारवानी को नागपुर से गिरफ्तार किया है, जिसके बाद विधायक शैलेश पांडेय ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया है।
आपको बता दें की विधायक शैलेश पांडेय ने संबंधित ट्रैफिक जवान रामकुमार रजक का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल किया है। इस वीडियो में रामकुमार रजक गाली-गलौज और मारपीट करते नजर आ रहे हैं।
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विधायक ने कहा- ‘क्या एसे होते है कानून के रखवाले, बेगुनाह गरीबों पर अत्यचार करने वाले।शान्ती और अमन के बिलासपुर मे यही आपकी पुलिस कर रही है। इस आरक्षक जिसके लिये पुलिस पूरे बचाव मे दिख रही है अपने पुलिस वाले की गंदी कर्तुतों को छुपाने का कार्य कर रही है जो सरे आम जनता से गंदी गंदी गालियां दे रहा है ये वही आरक्षक है जिसने हमारे साथी मोती थावरानी से उसकी पत्नी के सामने गलियां दिया लेकिन कानून ने केवल मोती को ही आरोपी बनाया क्यों?
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उन्होंने आगे कहा की इस आरक्षक को देख कर नही लगता है कि इसने मोती को गाली नही दिया होगा फिर पुरा वीडियो जनता के सामने क्यों नही लाया गया केवल वही हिस्सा जिसमे मोती ने गाली दिया उतना ही क्यों दिखाया गया?ये आरक्षक अगर शराब के नशे मे था तो उसका डॉक्टरी मूलयजा क्यों नही करवाया गया ? थाना सिविल लाईन मे जब समझौता हुआ तो उसके कागज कहां गये?’
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कुछ दिन पहले गाली-गलौज करते वायरल हुए थे कांग्रेस अध्यक्ष
आपको बता दें की कुछ दिनों पहले एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था, जिसमें ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मोती थारवानी आरक्षक रामकुमार रजक से गाली-गलौज करते और धक्का मुक्की करते नजर आ रहे थे। आरोप है कि मोती थारवानी अपनी पत्नी के साथ गलत साइड से गाड़ी चलाकर जा रहे थे।
इस दौरान सड़क पर ड्यूटी पर तैनात कॉन्स्टेबल राम कुमार रजक को टक्कर मारते-मारते बचे। इस पर पुलिसकर्मी ने उन्हें राइट साइड में गाड़ी चलाने के लिए कहा। इतना सुनते ही थारवानी ने गालियां देनी शुरू कर दीं। घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई और मोती थारवानी को गिरफ्तार करने के लिए स्पेशल टीम गठित की गई और उसे नागपुर से पकड़ कर लाया गया।
मोती की गिरफ्तारी के बाद विधायक शैलेष पांडे शनिवार को तारबहार थाना पहुंचे और हंगामा कर दिया।विधायक ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया और मांग करने लगे कि इस मामले में उस पुलिस वाले पर भी FIR की जाए, क्योंकि गाली-गलौज तो उसने भी की थी।
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