नई दिल्ली 30 अक्टूबर theguptchar.com|कोरोना वायरस के लक्षणों वाले ज्यादातर मरीजों के इस रोग से उबरने के साथ उनके शरीर में मजबूत एंटीबॉडी के रूप में एक रक्षा कवच बन जाता है, जो कम से कम 5 महीने तक कायम रहता है. इस बात की जानकारी एक नए अध्ययन में दी गई है.
इस अध्ययन के मुताबिक शरीर की इस प्रतिरोधक प्रतिक्रिया से कोरोना वायरस से दोबारा संक्रमित होने का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है.जर्नल ऑफ साइंस में छपे एक रिसर्च पेपर के मुताबिक एंटीबॉडी की प्रतिक्रिया का सबंध शरीर द्वारा सार्स-सीओवी-2 वायरस को निष्प्रभावी करने से है, जिससे संक्रमण होता है.
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक अमेरिका स्थित माउंट सिनाई अस्पताल में कार्यरत और रिसर्च पेपर के लेखक फ्लोरियन क्रेम्मर ने कहा, ‘कुछ खबरें आई थीं कि वायरस से संक्रमण की प्रतिक्रिया में बनने वाली एंटीबॉडी जल्द समाप्त हो जाती है, लेकिन हमने अपने अध्ययन में इसके ठीक उलट पाया.
उन्होंने कहा, ‘हमने पाया कि हल्के या मध्यम दर्जे के लक्षण वाले 90 प्रतिशत कोविड-19 मरीजों में बनी एंटीबॉडी महीनों तक वायरस को निष्प्रभावी रखने में मजबूती से काम करती है.’