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नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने का संकल्प हो रहा साकार, CM बघेल ने पिछले 6 दिनों में दी 3 हजार 854 करोड़ के विकास-कार्यों की सौगात

रायपुर। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की रफ्तार सुस्त होने के बाद छत्तीसगढ़ में एक बार फिर विकास-कार्य तेज हो गए हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पिछले एक सप्ताह से हर रोज प्रदेश के दो जिलों में नये विकास-कार्यों की सौगात दे रहे हैं। उनके रायपुर स्थित निवास पर होने वाले वर्जुअल कार्यक्रमों से जिलों में आयोजित हो रहे औपचारिक कार्यक्रमों को आडियो-विडियो माध्यम से लिंक कर हर रोज बड़े पैमाने पर इन कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया जा रहा है।

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8 जून मंगलवार से प्रारंभ विकास कार्यक्रमों का यह सिलसिला 21 जून तक आयोजित होगा। रविवार 13 जून तक 3,854 रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया जा चुका था। अब तक 12 जिलों में कार्यक्रम हो चुके हैं। सुकमा और बीजापुर जिले में हालांकि मुख्य कार्यक्रम अभी होना बाकी है, लेकिन इन दोनों जिलों के लिए एक अतिरिक्त वर्चुअल कार्यक्रम में भी 50 करोड़ रुपए के कार्यों का भूमि-पूजन लोकार्पण किया गया है। इन वर्चुअल कार्यक्रमों की एक बड़ी विशेषता यह भी है कि मुख्यमंत्री बघेल जिलों के कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हितग्राहियों से सीधी बातचीत कर उनसे शासन की योजनाओं का फीडबैक ले रहे हैं। राजधानी रायपुर के कार्यक्रम में जहां प्रदेश के सभी वरिष्ठ मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहते हैं, वहीं जिलों के कार्यक्रमों में प्रभारी मंत्री, जनप्रतिनिधि, सभी विभागों के अधिकारी और योजनाओं के हितग्राही शिरकत कर रहे हैं।

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दुर्ग और बालोद जिले को 685 करोड़ रूपए के 244 विकास कार्याें की सौगात
8 जून को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुर्ग और बालोद जिले को 685 करोड़ के विकास और निर्माण कार्याें की सौगात देते हुए कहा है कि साल भर के दौरान कोरोना महामारी की पहली और दूसरी लहर में हमारे सामने बहुत से कठिन चुनौतियां खड़ी की, लेकिन वे नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने के हमारे संकल्प को डिगा नहीं सकी। इस कार्यक्रम में दुर्ग और बालोद जिले को 685 करोड़ रूपए की लागत वाले 244 कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया गया। जिसमें दुर्ग जिले में 285.87 करोड़ की लागत वाले 57 कार्यों और बालोद जिले में 399.32 करोड़ रूपए की लागत वाले 187 विकास एवं निर्माण कार्य शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने दोनों जिलों को जिन कार्याें की सौगात दी उसमें मुख्य रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, विद्युत एवं पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं का विकास कार्य शामिल हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर बालोद के नगर पालिका की जल आवर्धन योजना के पाईप लाईन विस्तार के लिए एक करोड़ रूपए की राशि दिए जाने की घोषणा की।

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बलौदाबाजार-भाटापारा और महासमुन्द जिले में 565 करोड़ रूपए के कार्योें का लोकार्पण और भूमिपूजन
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 9 जून को आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में बलौदाबाजार-भाटापारा और महासमुन्द जिले में लगभग 565 करोड़ रूपए की लागत के 1430 कार्योें का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। उन्होंने बलौदाबाजार जिले के लिए 295 करोड़ रूपए की लागत के 1172 कार्याें का और महासमुन्द जिले के लिए 270 करोड़ रूपए की लागत के 258 कार्याें का लोकार्पण और भूमिपूजन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाॅकडाउन के समय निर्माण कार्य भले ही थोड़ा प्रभावित हुए लेकिन उससे ज्यादा जरूरी काम हमने पूरी ताकत के साथ जारी रखा। मुख्यमंत्री ने बलौदाबाजार-भाटापारा और महासमुन्द जिले में लोकार्पण और भूमिपूजन सामरोह के दौरान पाठ्यपुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी की मांग पर बलौदाबाजार जिले के ग्राम पाहांदा से लिमाही होते हुए रायपुर तक पुल सहित पक्की सड़क निर्माण के लिए 6 करोड़ रूपए की स्वीकृति और बलौदाबाजार में ठेठवार यादव समाज के लिए सामुदायिक भवन निर्माण के लिए भूमि आबंटन होेेने पर भवन निर्माण के लिए 20 लाख रूपए की स्वीकृति देने का आश्वासन दिया।

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कबीरधाम और गरियाबंद जिले में 582 करोड़ रूपए के 1270 विकास और निर्माण कार्यों का भूमिपूजन-लोकार्पण
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि जो लघु वनोपज किसी समय शोषण का जरिया थी, वे राज्य सरकार की योजनाओं से आज वनवासियों की ताकत बन गई हैं। राज्य सरकार ने वनवासियों को वन अधिकार पट्टा देने के साथ वनों के संसाधनों पर गांवों को भी अधिकार दिया है। मुख्यमंत्री 10 जून को आयोजित कार्यक्रम में गरियाबंद और कबीरधाम जिलों को 582 करोड़ रूपए की लागत के 1270 कार्याें की सौगात दी। उन्होंने गरियाबंद जिले के लिए 357 करोड़ 23 लाख रूपए की लागत के 516 कार्याें का और कबीरधाम जिले में 224 करोड़ 75 लाख रूपए की लागत के 754 कार्याें का लोकार्पण और भूमिपूजन किया और दोनों जिलों में विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों से चर्चा कर योजनाओं का फीड बेक लिया।

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राजनांदगांव और धमतरी जिले में 828 करोड़ रूपए के कार्याें का लोकार्पण-भूमिपूजन
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि आम छत्तीसगढ़िया का अनुभव और उनकी जरूरतें हैं राज्य सरकार की योजनाओं का आधार। यही कारण है कि हमारी योजनाएं आम लोगों तक जमीनी स्तर पर सुगमता से पहुंच रही हैं। उन्होंने कहा कि इस बात का संतोष है कि हमारे अन्नदाता आज खुश हैं। लोगों को योजनाओं का लाभ और गांवों में ही रोजगार का जरिया मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने 11 जून के कार्यक्रम में राजनांदगांव और धमतरी जिले में 828 करोड़ रूपए के लोकार्पण-भूमिपूजन किया। उन्होंने इस मौके पर राजनादगांव जिले में 556 करोड़ रूपए के 192 विकास कार्याें तथा धमतरी जिले में 271 करोड़ 51 लाख रूपए के 270 नए विकास कार्याें की सौगात दी और शासन की विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों से चर्चा कर उन्हें मिले फायदे की जानकारी ली।

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बेमेतरा एवं मुंगेली जिले को मुख्यमंत्री ने दी 448.77 करोड़ रूपए की सौगात
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 12 जून को आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में मुंगेली जिले में 276 करोड़ 12 लाख रूपए की लागत के विकास कार्य तथा बेमेतरा जिले में 172 करोड़ 65 लाख रूपए की लागत वाले विकास एवं निर्माण कार्यो का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। भूपेश बघेल ने इस मौके पर कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चैबे के आग्रह पर साजा में 50 बिस्तर वाले मातृ शिशु चिकित्सालय (एमसीएच) खोलने की घोषणा की।
मुंगेली जिले में जिन प्रमुख कार्यों का लोकार्पण किया गया, उनमें ग्राम धरमपुरा में 9 करोड़ 11 लाख 44 हजार रूपये की पॉलिटेक्निक कॉलेज भवन तथा ग्राम बंधवा में 16 करोड़ एक लाख रूपये की लागत से एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शामिल है। इन शिक्षा संस्थानों के शुभारंभ से विद्यार्थियों का बेहतर भविष्य संवर सकेगा। मुंगेली जिले में आवागमन को सहज बनाने के लिए 2 करोड़ 72 लाख 42 हजार रूपये की लागत से निर्मित होने वाले जमकुही से नुनियाकछार पहुंच मार्ग, मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना के अंतर्गत पहुँचविहीन शासकीय भवनों तक पहुंचने के लिए 8 करोड़ 47 लाख 84 हजार रूपये की लागत से बनने वाले 51 सीमेंट क्राकीट सड़क निर्माण कार्य, 6 करोड़ 93 लाख रूपये की लागत से निर्मित होने वाले तेलीखाम्ही से गोविंदपुर और फुलवारी से मोहतरा कुर्मी तक पहुँच मार्ग शामिल हैं।

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आदिवासियों के हितों के संरक्षण के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध, ग्रामीणों की मांग पर जगरगुण्डा में 30 बिस्तरों के अस्पताल की घोषणा
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 12 जून को एक अन्य कार्यक्रम में बीजापुर और सुकमा जिले के ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों और समाज प्रमुखों के साथ वर्चुअल कार्यक्रम में चर्चा के दौरान ग्रामीणों की मांग पर जगरगुण्डा में 30 बिस्तरों के अस्पताल की स्वीकृति की घोषणा की। इसी तरह उन्होंने बीजापुर जिले के गंगालूर क्षेत्र में लाल पानी की समस्या से प्रभावित 10 ग्राम पंचायतों गंगालूर, बुरजी, गोंगला, पुसनार, पीडिया, तोडका, गमपुर, कैका, रेड्डी और पालनार को इस समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए 5 करोड़ रूपए की लागत से वहां सिल्टेशन फिल्ट्रेशन स्ट्रक्चर और सोलर ड्यूल पम्प की स्थापना की घोषणा की। इस प्लांट की स्थापना से इस क्षेत्र के 6 हजार परिवारों के लगभग 20 हजार लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सकेगा।
मुख्यमंत्री बघेल ने कार्यक्रम में बीजापुर और सुकमा जिले के विभिन्न ग्रामों में प्राथमिक शाला, आंगनबाड़ी, ग्राम पंचायत भवनों, उचित मूल्य की दुकानों, देवगुड़ी निर्माण, सोलर ड्यूल पम्प स्थापना, सीसी रोड निर्माण, हैण्ड पम्प स्थापना के लगभग 43 करोड़ 08 लाख रूपए की लागत के 104 कार्याें की स्वीकृति प्रदान करते हुए कार्यक्रम में ही इन कार्याें का भूमिपूजन किया।

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रायपुर और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले को 681 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 13 जून के कार्यक्रम में रायपुर और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले को 681 करोड़ रूपए से अधिक के 752 विकास कार्यों की सौगात दी। मुख्यमंत्री ने रायपुर जिले में 561 करोड़ 32 लाख रूपये के तथा गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में 120 करोड़ 8 लाख 60 हजार रूपए की लागत के कार्यो का लोकार्पण-भूमिपूजन किया। रायपुर जिले में लोकार्पित किए जाने वाले विकास कार्यों में सेतु निर्माण, सड़क निर्माण स्वास्थ्य, कृषि और ग्रामीण अधोसंरचना, जल संरचनाओं का निर्माण, गृह निर्माण मंडल, आश्रम छात्रावास, स्माट सिटी रायपुर के कार्य शामिल हैं।मुख्यमंत्री ने गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में 52 करोड़ 82 लाख रूपए के 61 विकास कार्यों का लोकार्पण तथा 67 करोड़ 26 लाख रूपए के 300 कार्यो का भूमिपूजन किया। बघेल ने इस वर्चुअल कार्यक्रम में रायपुर की दो महान विभूतियों सेठ नेमीचंद माल जी और गोविंद लाल वोरा जी की बाल आश्रम में स्थापित प्रतिमाओं का अनावरण भी किया।

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