अर्थ तंत्र और विरोध के चलते अंतत: आज भी कांग्रेस के निगम आयोग की सूची घोषित नहीं हो सकी- उपासने
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने कहा कि अंतत: आज भी कांग्रेस के निगम आयोगों की सूची घोषित नही हो सकी,उपासने ने कहा की प्रदेश प्रभारी पुनिया की अनेकों कवायद के बाद भी प्रदेश कांग्रेस की गुटीय राजनीति के चलते व नेताओं के कुछ नामों पर घोर विरोध के कारण सूची अब लंबे समय के लिए टल गई।
उपासने ने कहा हमारी बात सही साबित हुई की अर्थ तंत्र के चलते जमीनी कार्यकर्ताओं को अभी जमीन पर ही रहना पड़ेगा उपासने ने दावे के साथ कहा की आज की बैठक में स्थानीय नेताओं ने प्रदेश प्रभारी के सामने सूची में फाइनल किये जा रहे कुछ नामों पर घोर आपत्ति दर्ज कराई ,यह भी पता चला है कि इन लोगों के द्वारा सीधे दिल्ली में अर्थ तंत्र के प्रभाव से सूची में अपने नामों को फ़ायनल करा लिया था वे पूर्णत: आश्वस्त थे की आज घोषित होने वाली सूची में शतप्रतिशत उनके नाम होंगे ही,परन्तु उनका सारा गणित आज प्रदेश के नेताओं के विरोध के चलते फेल हो गया।
उपासने ने कहा की यह प्रभावशाली वर्ग आज सूची घोषित होने से रुकवाने में कामयाब भी हो तो गया पर दमदारी से कह रहा कि आज नही तो कल जब भी घोषित होगी सूची तो उनका नाम होगा ही,प्रदेश के नेता कर लें कितना भी विरोध।उपासने ने कहा कि निगम आयोग को लेकर कांग्रेस में विस्फोटक स्थिति बनी हुई है,यही कारण है जिन दो हजार कार्यकर्ताओं ने राजीव भवन में आवेदन दिए आज वे बड़ी मात्रा में पुनिया को लेने एरोड्रम ,फिर राजीव भवन पहुँच गए अंतत: पुनिया जी को मुख्यमंत्री निवास में सुरक्षा घेरे में बैठक लेनी पड़ी,बैठक के बाद जमीनी कार्यकर्ता अपने आपको ठगा महसूस कर रहा है व निराश हताश ही कहने लगा कि मलाई वालों की ही चलनी है।