छत्तीसगढ़

शराब पीने के बाद जवान समेत 3 लोगों की मौत: 8 दिन पहले हुई थी जवान की शादी, भोज से पहले घर में छाया मातम

एक दिन पहले शराबबंदी को लेकर सीएम ने क्या कहा था.. 'लॉकडाउन में शराब नहीं मिली, सैनिटाइजर पीने से मौतें हुई' CM भूपेश बोले- ये देखकर मेरी हिम्मत नहीं हुई कि शराबबंदी का आदेश दूं

छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में देसी शराब पीने के बाद सेना के जवान समेत 3 लोगों की मौत हो गई। तीनों सोमवार सुबह साथ में बैठकर शराब पी रहे थे। इसके बाद अचानक बेहोश हो गए। फिर इन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया है। मामला नवागढ़ थाना क्षेत्र के रोगदा गांव का है।

रोगदा निवासी नंदलाल कश्यप(32) भारतीय सेना में टेक्नीशियन के पद पर पोस्टेड था। वो अपनी शादी के चलते घर आया हुआ था। नंदलाल और गांव के परस साहू(53) और सतीश कश्यप(35) ने सोमवार सुबह शराब पीने का फैसला किया था। सुबह 7 बजे के आस-पास ही तीनों ने गांव के ही हरप्रसाद से शराब खरीदी थी।

इसके बाद तीनों ने मिलकर दुर्ग मंदिर के पास में शराब पी। फिर तीनों बेहोश हो गए। आस-पास के लोगों ने तीनों को बेहोशी की हालत में देखकर इन्हें नवागढ़ सीएचसी ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परस साहू गांव में किसानी करता था। जबकि सतीश कोरबा के किसी प्लांट में काम करता था।

8 दिन पहले हुई थी शादी
नंदलाल कश्यप की शादी 6 मई को हुई थी। उसने गांव की ही किसी लड़की से शादी की थी। आज यानी सोमवार को घर में भोज का आयोजन किया गया था। जिसकी तैयारी में वह लगा हुआ था। मगर इस बीच शराब पीने के बाद उसकी मौत हो गई है।

परिजन बोले-शराब में जहर था
उधर, परिजनों ने आरोप लगाया है कि शराब में जहर था। जिसे पीने के बाद तीनों की मौत हुई है। अचानक से ये सब हो गया, कुछ पता ही नहीं चला। वहीं जैसे ही इस बात की सूचना जवान के पिता को मिली, तो उनका रो-रोकर बुरा हाल है। पूरे गांव के लोग अस्पताल के पास पहुंच गए हैं।

एक दिन पहले शराबबंदी को लेकर सीएम ने क्या कहा था..
‘लॉकडाउन में शराब नहीं मिली, सैनिटाइजर पीने से मौतें हुई’:CM भूपेश बोले- ये देखकर मेरी हिम्मत नहीं हुई कि शराबबंदी का आदेश दूं। एक दिन पहले रायपुर के एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान लोगों को शराब नहीं मिली तो उन्होंने सैनिटाइजर पी लिया। इससे उनकी मौत हो गई। ये देखकर मेरी हिम्मत नहीं हुई कि मैं शराबबंदी का आदेश दे दूं।नशा किसी मामले में फायदेमंद नहीं होता है। ये शरीर के लिए और व्यक्तित्व दोनों के लिए नुकसान ही पहुंचाता है।

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