कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में सड़क हादसा का मामला सामने आया है। यहां मंगलवार को एक सड़क हादसा हुआ जिसमें ज्वाइंट कलेक्टर दीप्ति गौते बाल-बाल बचीं। वे धान खरीदी का निरीक्षण और ड्रोन सर्वे का काम देखने के लिए गई हुई थी और वहां से वापस लौट रही थीं।
इस दौरान उनकी गाड़ी पुल से नीचे पलट गई। इस हादसे में उन्हें ज्यादा गंभीर चोटें नहीं आई हैं। फिर उन्हें प्राथमिक चिकित्सा केंद्र ले जाया गया, जहां उनकी हालत ठीक बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि वाहन बहुत धीमी गति में चल रही थी, वरना बहुत बड़ा हादसा हो सकता था। हादसा सहसपुर लोहारा क्षेत्र में हुआ है।
जानकारी के अनुसार, PCS अफसर और संयुक्त कलेक्टर दीप्ति गौते मंगलवार को रणवीरपुर, वीरेंद्र नगर के धान खरीदी केंद्र का निरीक्षण करने के लिए गए थे इसके बाद वे वहां से लौटते हुए ग्राम डुमरिया जा रही थीं।
वे वहां ड्रोन सर्वे का काम देखने गई थी। वे डुमरिया के पास सूखी नदी पर बने छोटे से पुल पर पहुंची थी कि अचानक उनकी गाड़ी का पहिया स्लिप हो गया और वाहन पलट गया। जब यह हादसा हुआ तो उस दौरान आगे सहसपुर लोहारा तहसीलदार उपेंद्र किंडो भी गाड़ी में थे।
जानकारी के अनुसार, संयुक्त कलेक्टर दीप्ति गौते दो माह पहले ही कवर्धा में पदस्थ हुई हैं। इससे पूर्व वे बस्तर में सेवा दे रही थी। वे कबीरधाम जिले में राजस्व विभाग, वक्फ, राहत और अन्य विभागों को देख रही है। उनकी ड्यूटी धान खरीदी को लेकर निरीक्षण के लिए लगाया गया है। इसलिए वे मंगलवार को सहसपुर लोहारा तहसील क्षेत्र के गांव में दौरे पर गई थी।
बता दें कि प्रदेश में ड्रोन सर्वे सिर्फ तीन जिलों में संचालित किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में आबादी भूमि पर ड्रोन के जरिए सर्वे कर सम्पत्ति मालिक को अधिकार का सर्टिफिकेट देने के लिए स्वामित्व योजना की शुरूआत की है।
इस योजना को राज्य में लागू करने के लिए छत्तीसगढ़ शासन के राजस्व विभाग को नोडल बनाया गया है। इसके साथ केन्द्रीय पंचायत राज मंत्रालय, राज्य पंचायती राज विभाग छत्तीसगढ़, सर्वे ऑफ इंडिया, राज्य सूचना केन्द्र एवं ग्राम पंचायतें अपना सहयोग देंगे। यह योजना छत्तीसगढ़ के दुर्ग, कबीरधाम एवं कोरबा से शुरू हो गई है।
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