धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में हाथियों के दल ने तबाही मचाया हुआ है। दरअसल, सिकाशेर दल से एक हथिनी अलग हो जाने से काफी आक्रामक हो गई है। इसने नगरी ब्लॉक में बीते 2 दिन में 5 ग्रामीणों को कुचल डाला जिससे उनकी मौत हो गई। सोमवार को 11 साल की बच्ची समेत एक महिला की लाश जंगल में पाई गई है। बताया गया कि घटना के दौरान संबलपुर के रहने वाले सियाराम निषाद अपनी पत्नी दसरी बाई के साथ महुआ बीनने के लिए सुबह 7 बजे जंगल गए हुए थे।
तभी इसी दौरान अचानक उनके सामने हथिनी आ गई और उसने दसरी बाई को उठाकर पटक दिया जिससे उसकी मौत हो गई। डरे-सहमें सियाराम ने भागकर अपनी जान बचाई। फिर हथिनी ने आगे बढ़कर 2 किमी दूर दुगली रेंज में नगरी निवासी शेखर साहू की 12 वर्षीय बेटी सिमरन को भी कुचल दिया। दोनों पिता-बेटी महुआ बीनने के लिए जंगल गए हुए थे।
जानकारी के अनुसार, सिमरन व दसरी को कुचलने वाली हथिनी बीती रविवार की रात लगभग 12 बजे घटनास्थल से 20 किमी दूर पांवद्वार के पास सड़क पर दिखाई दी थी। तब उसने निगरानी में लगे वन विभाग के गश्ती दल को को भी दौड़ाया। निगरानी दल गाड़ी के अंदर बैठा रहा, इस वजह से बड़ी घटना टल गई। बताया जा रहा है कि 48 घंटे के अंदर हाथी द्वारा 5 लोगों को मारे जाने के बाद अब जिले में हाथी मित्र दल बनाने का निर्णय लिया गया है।
गांवों में जारी किया अलर्ट
बताया जा रहा है कि हथिनी का मूवमेंट दक्षिण सिंगपुर की तरफ है। वन विभाग द्वारा कल्लेमेटा, भिलभदर, कोटभर्री, चुरियारा, चारगांव, तुमबाहरा, बांधा, कौहाबाहरा, कसावाही, कमईपुर समेत आसपास के 25 गांव को अलर्ट किया है। रात होने के कारण सर्चिंग में दिक्कत हो रही है।
बताया गया कि तुमबाहरा जंगल के पहले चौकीदार ने संबलपुर निवासी दसरीबाई, सियाराम समेत 4 लोगों को जंगल जाने से रोका, मगर सभी लोग महुआ बीनने लगे। इस दौरान झुरमुट से हथिनी सामने आ गई।