रायपुर। युवा नेता गौरीशंकर श्रीवास को हाइकमान ने प्रदेश किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंप कर सबको चौका दिया है। हालांकि, इस अप्रत्याशित निर्णय से कोई वरिष्ठ नेता खुश नही है लेकिन गौरीशंकर के साथ व उनके पीछे पार्टी से जुड़े कार्यकर्ता व पदाधिकारी इस निर्णय से गदगद है क्योंकि वह गौरीशंकर के जुझारू पन, बेबाकी से अच्छी तरह वाकिफ है और शायद यही वजह है की इतना बड़ा निर्णय पार्टी हाइकमान ने लिया है।
जानकारी के अनुसार, गौरीशंकर श्रीवास एक अप्रैल को प्रदेश कार्यालय मे पदभार ग्रहण करेंगे। इस अवसर पर भव्य आयोजन किया जा सकता है।
गौरीशंकर ने पार्टी के निर्णय को अपनी मेहनत का प्रतिफल बताते हुए कहा कि जमीन से जुड़ा नेता हूं, मेरे बारे में सभी जानते हैं। सरकार के खिलाफत में मैनें जितना मोर्चा संभाला है वह जगजाहिर है और हमारी पार्टी मेहनत करने वालो को आगे बढ़ाती है ये इस निर्णय से फिर साबित हो गया। वहीं, हाइकमान के निर्णय से असंतुष्ट नेताओं का कहना है कि प्रदेश की राष्ट्रीय नेत्री व प्रदेश प्रभारी के करीबियो ने गौरीशंकर की दावेदारी को मजबूत करके वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार कर दिया है।
बहरहाल, ऐसी स्थिति मे गौरीशंकर को सभी को साथ में लेकर चलना आसान नही होगा पर गौरीशंकर की काबिलियत तभी साबित होगी जब वह सबको साध कर आगे बढ़ सके। नहीं तो आगामी चुनाव में इसका नुकसान पार्टी को होना तय लग रहा है।
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