दिल्ली हाई कोर्ट के जज के घर में लगी आग, फायर ब्रिगेड पहुंची तो मिला एक कमरे में नोटों का ढ़ेर, हुआ बड़ा खुलासा
कोलेजियम ने उन्हें इलाहाबाद HC स्थानांतरित किया

नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट के एक न्यायाधीश के आधिकारिक बंगले में लगी आग के बाद बड़ी मात्रा में नकदी बरामद हुई। इस घटना से न्यायपालिका में गंभीर झटका लगा और सुप्रीम कोर्ट के कोलेजियम को जस्टिस यशवंत वर्मा का स्थानांतरण करने पर मजबूर होना पड़ा।
जब आग लगी, तो जस्टिस वर्मा घर पर नहीं थे, लेकिन उनके परिवार ने तुरंत फायर ब्रिगेड और पुलिस को बुलाया। आग बुझाने के बाद जब कमरे की तलाशी ली गई, तो अंदर एक कमरे में भारी मात्रा में नकदी मिली।
जज पर जांच होनी चाहिए, कुछ कोलेजियम सदस्यों की राय
– सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम का स्थानांतरण पर सर्वसम्मति थी, लेकिन कुछ सदस्यों का मानना था कि केवल स्थानांतरण ही पर्याप्त नहीं होगा, बल्कि जांच भी होनी चाहिए।
– सुप्रीम कोर्ट के नियमों के अनुसार, अगर किसी जज पर गंभीर आचरणहीनता का संदेह होता है, तो उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा जा सकता है। अगर वे इनकार करते हैं, तो संसद में उनके खिलाफ महाभियोग चलाया जा सकता है।
– 2004 में भी एक हाईकोर्ट जज के घर से नकदी बरामद हुई थी, लेकिन इस तरह की घटनाओं से न्यायपालिका की छवि धूमिल होती है।
कुछ कोलेजियम सदस्यों का कहना था कि इतने गंभीर मामले में सिर्फ स्थानांतरण से समस्या हल नहीं होगी। इसीलिए, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को जस्टिस वर्मा के खिलाफ आंतरिक जांच शुरू करनी चाहिए, ताकि न्यायपालिका की साख बनी रहे।